कोई हमदम न रहा, कोई सहारा न रहा
हम किसी के न रहे, कोई हमारा न रहा
शाम तन्हाई की है, आएगी मंज़िल कैसे
जो मुझे राह दिखाए, वो ही तारा न रहा
ए नज़ारों न हंसो, मिल न सकूंगा तुम्से
वो मेरे हो न सके, मैं भी तुम्हारा न रहा
क्या बताऊं मैं कहां यूं ही चला जाता हूं
जो मुझे फिर से बुला ले, वो इशारा न रहा
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6 comments:
That's a god level song by Kishore Kumar. Is it his birthday ?
Rajeev- yupp, very nice song. His birthday's on August 4th apparently. This post has got nothing to do with Kishore though! :)
Then who became a thing of the past :P
He did :P
Very nice one da :-)
thanks Sri, on behalf of K-Da [:P]
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